20 वीं शताब्दी की उत्तरप्रदेशीय विद्वत् परम्परा
 
विजय बहादुर राजपूत ‘योगेश’
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जन्म 03 अप्रैल 1955
जन्म स्थान ग्राम पुरवा कन्हाई सेहुद
स्थायी पता
संजय नगर थाना के पीछे दिवियापुर, औरैया

विजय बहादुर राजपूत ‘योगेश’

विजय बहादुर राजपूत ‘योगेश’ का जन्म 03. अप्रैल, 1955 को ग्राम पुरवा कन्हाई सेहुद, औरैया में हुआ था। आपकी शिक्षा प्राथमिक विद्यालय सेहुद, उच्चप्राथमिक विद्यालय दिवियापुर एवं वैदिक इण्टर कालेज में सम्पन्न हुई। आपने एम.ए. संस्कृत एवं बी.एड. की परीक्षा छत्रपति साहूजी महाराज विश्वविद्यालय, कानपुर से उत्तीर्ण की। बोल-चाल, लेखन एवं अध्ययन में हिन्दी, संस्कृत एवं अंग्रेजी के उद्भट विद्वान् राजपूत 20 दिसम्बर, सन् 1990 से शिक्षकीय वृत्ति में आए और सन् 2018 तक निरन्तर शिक्षण कार्य करते हुए संस्कृत सेवा भी करते रहे।

आपका विवाह श्रीमती राजकुमारी राजपूत के साथ हुआ एवं पुत्र अभिषेक कुमार एवं शुभम् राजपूत हैं तथा पुत्रियाँ मधु राजपूत, सुधा राजपूत, सरिता राजपूत, एवं रेनू राजपूत हैं। आपकी कृतियाँ निम्नलिखित हैं-

1. परोपकारः (प्रकाशक-दिव्य ज्योति कानपुर, (1971)

2. ग्राम्यजीवनम् (प्रकाशक-दिव्य ज्योति कानपुर, 1971)

3. सूक्ति परिचायिका (प्रकाशक-दिव्य ज्योति कानपुर, 1973)

4. दैनिक वैदिकयज्ञम् (प्रकाशक-दुर्गा प्रकाशन दिव्यपुरी 1975)

5. वर्षर्तुः (अप्रकाशित)।

इसके अतिरिक्त आपने हिन्दी में भी लेखन किया जो निम्नवत् है-महान लेखकों एवं कवियों की दृष्टि में रानी अवन्ती बाई, योगेश नाटिकावलि, वीराङ्गना अवन्ती बाई (खण्ड काव्य), नैतिक शिक्षा आदि।

आप शिक्षक एवं प्रधानाचार्य (दयानन्द जू. हाईस्कूल दिवियापुर औरैया) रहे। राजपूत जी सदैव साहित्य सृजनरत हैं। सम्प्रति आप संजय नगर थाना के पीछे दिवियापुर, औरैया, उ.प्र. में निवास कर रहे हैं।