20 वीं शताब्दी की उत्तरप्रदेशीय विद्वत् परम्परा
 
तोताराम (टी.आर.) निरंजन
क्या आपके पास चित्र उपलब्ध है?
कृपया upsanskritsansthanam@yahoo.com पर भेजें

जन्म 05 फरवरी 1962
जन्म स्थान ग्राम-चमरसेना
स्थायी पता
ग्राम-चमरसेना,पोस्ट-गुरावती, जनपद-जालौन

तोताराम (टी.आर.) निरंजन

प्रोफेसर टी.आर निरंजन जी जनपद जालौन के संस्कृत विद्वानों में प्रसिद्ध हैं। आप वर्तमान में मथुरा प्रसाद स्नातकोत्तर महाविद्यालय में संस्कृत विभाग के प्रभारी तथा प्राचार्य के रूप में कार्यरत हैं।

आपका जन्म .5 फरवरी, 1962 को ग्राम-चमरसेना,पोस्ट-गुरावती, जनपद-जालौन में हुआ। आपके पिता का नाम स्व. श्री रामचरन निरंजन एवं माता का नाम श्रीमती अवधरानी था। आपका विवाह सन् 1988 में श्रीमती कान्ति देवी से हुआ। आपके एक पुत्र-योगेन्द्र प्रताप सिंह तथा एक पुत्री-श्रीमती प्रीति पटेल हैं।

आपकी प्रारंभिक शिक्षा प्राइमरी स्कूल, चमरसेना से ही हुई। अनन्तर आपने एम. ए. की उपाधि प्राप्त की। शोधकार्य आपने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से 1987 से ‘‘गर्गसंहिता का सांस्कृतिक अध्ययन’’ विषय पर किया। आपका शोधकार्य प्रकाशनार्थ यन्त्रस्थ है।

आप सदैव अध्ययन-अध्यापन में संलग्न रहते हैं। आपके निर्देशन में 10 छात्रों ने शोधकार्य किया है। आपने इसी संदर्भ में अनेक कृतियों की रचना की-गर्गसंहिता का सांस्कृतिक अध्ययन, भारतीय संस्कृति, अव्यय: एक अध्ययन ख्त्र ये सभी पुस्तकें यन्त्रस्थ हैं।,

आपने लगभग 12 शोधपत्र लिखें हैं, जो विभिन्न पत्रिकाओं में प्रकाशित है। जिनमें कुछ प्रमुख हैं- महाभारत में योग, नाथसम्प्रदाय: एक चिन्तन, गणेशपुराण: एक विवेचन,  वैश्विक समस्याओं के समाधान से औपनिषद चिन्तन की उपादेयता, अष्टाध्यायी में  वर्णित आदेश विधायक सूत्र, इत्यादि।

आपके द्वारा 20 लेख लिखे गए जिनमें कुछ हैं-वेदों में राम, श्रीरामकथा-पुराणों के सन्दर्भ में (स्थूल मात्र निदर्शन), योग का स्वरूप-विविध धर्मशास्त्रों के संदर्भ में, संस्कृत भाषा के उत्थान में अवरोधक तत्त्व: अनुप्रयुक्त व्याकरण के विशेष संदर्भ में , मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान् श्रीराम का भ्रातृप्रेमादर्श इत्यादि।

आप चित्रकूट विश्वविद्यालय  में शोधनिर्देशिक के रूप में भी रहे। इसके अतिरिक्त शोधनिर्देशन में को-गाइड (सह निर्देशक) के रूप में भी आपने कार्य किया है।

इस प्रकार श्री टी.आर. निरंजन जी प्राचार्य पद के गुरुतर भार का वहन करते हुए भी अद्यावधि संस्कृत की सेवा में संलग्न हैं।