20 वीं शताब्दी की उत्तरप्रदेशीय विद्वत् परम्परा
 
सुरजन सिंह तोमर
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जन्म 31 जुलाई 1938
जन्म स्थान ग्राम विरुहूनी
स्थायी पता
10 घटिया घाट अजमत अली इटावा

सुरजन सिंह तोमर

औरैया जनपद अनेक कविमनीषियों की जन्म भूमि एवं कर्म भूमि रही है। इसी शृंखला के अधुनातन संस्कृत कवियों में एक नाम है आचार्य सुरजनसिंह का। 31 जुलाई, 1938 को औरैया जनपद के अन्तर्गत विरुहूनी नामक ग्राम में जन्में सुरजनसिंह की माता का नाम श्रीमती कौशल्या देवी एवं पिता का नाम श्री दृगपालसिंह तोमर था। वर्तमान में वे 10 घटिया घाट अजमत अली इटावा में निवास कर रहे हैं। इनकी प्रारम्भिक शिक्षा प्राथमिक विद्यालय हैदर पुर, औरैया से पूर्ण हुई। इसके उपरान्त परम्परागत शिक्षाशास्त्री एवं आचार्य की उपाधियाँ प्राप्त कीं, तदनन्तर दिल्ली से बी.ए. एवं कानपुर से एम.ए. की उपाधियाँ प्राप्त कीं। हिन्दी, संस्कृत एवं अंग्रेजी में समान अधिकार रखने वाले आचार्यप्रवर तोमर जी सन् 1953 में वैवाहिक बन्धन में बंध गए। शारदा तोमर, शान्ती व धाजी देवी पुत्रियों एवं निखिलेश, उमेश, नागेश एवं सर्वेश पुत्ररत्न प्राप्त हुए।

संस्कृत में विशेष अभिरुचि रखने वाले तोमर जी ने

1. गणेशशतक,

2. ओङ्कार शब्दमीमांसा,

3. श्री शिवशतक,

4. विष्णुशतक समेत 120 पुस्तकों का लेखन किया और विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में उनके लेख एवं कविताएँ प्रकाशित हुईं। वे सदैव संस्कृत के प्रचार-प्रसार में संलग्न रहे।