20 वीं शताब्दी की उत्तरप्रदेशीय विद्वत् परम्परा
 
डॉ. ज्योति वर्मा
जन्म 06 सितम्बर 1965
जन्म स्थान ग्राम केसरीप्रेस बलखण्डी
मोबाइल नंबर
9935809789
स्थायी पता
99 खत्रियाना, मानिक चौक, झांसी -284002

डॉ. ज्योति वर्मा

डॉ. ज्योति वर्मा का जन्म 6 सितंबर 1965 में, केसरीप्रेस, बलखण्डी नाका, जिला- बांदा में हुआ था । आपके पिता का नाम श्री प्रकाश चंद्र तथा माता का नाम श्रीमती आशा सिन्हा है । आपका विवाह 1983 में हुआ था । आपके पुत्र का नाम है डॉक्टर भरत वर्मा है ।

डॉ. वर्मा की आरंभिक शिक्षा बांदा में ही हुई । आपने संस्कृत साहित्य से एम. ए. किया तथा 1992 में पी.एच.डी. की है । आपके शोध का विषय था - "वृहत्त्रयी में प्रगतिशील तत्त्वों का अनुशीलन" । आपको हिंदी, अंग्रेजी तथा संस्कृत भाषा का ज्ञान है। आपकी गुरु परम्परा में डॉ. जयदेव प्रसाद पाण्डेय, डॉ राजाराम शुक्ल, डॉ अंजू लता, डॉ राजकुमार शास्त्री, आचार्य राममनोहर शुक्ल,  डॉ गदाधर त्रिपाठी आदि रहे हैं ।

डॉ. ज्योति वर्मा बुंदेलखण्ड महाविद्यालय झांसी में एसोसिएट प्रोफेसर तथा संस्कृत की विभागाध्यक्ष हैं। आपकी शिष्य परम्परा में डॉ ऋतुराज शुक्ल, डॉ वन्दना कुलश्रेष्ठ, डॉ अपर्णा शर्मा आदि हैं ।

रचनाएँ-

डॉ. वर्मा ने तीन पुस्तकों की रचना की है तथा पाँच पुस्तकें सम्पादित की हैं जिनमें से दो निम्नवत् हैं –

  1. "भारतीय संस्कृति और कालिदास का अभिनव बोध" । यह पुस्तक आराधना ब्रदर्स से 2021 में प्रकाशित हुई है ।
  2. "बांदा केसरी" । यह केसरी प्रकाशन से 2015 में प्रकाशित हुई ।

डॉ. वर्मा को भारतीय संस्कृति संस्थान द्वारा राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया । सिविल सेवा अकादमी झांसी द्वारा भी आप को सम्मानित किया गया ।


पुरस्कार

भारतीय संस्कृति संस्थान द्वारा राष्ट्रीय पुरस्कार