20 वीं शताब्दी की उत्तरप्रदेशीय विद्वत् परम्परा
 
देवमणि पाण्डेय
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जन्म 02 अक्टूबर 1957
जन्म स्थान ग्राम गौसपुर ,सेठाकला
स्थायी पता
ग्राम गौसपुर ,सेठाकला अम्बेडकरनगर

देवमणि पाण्डेय

बाबा बरुआदास पी.जी.कॉलेज, परुइया आश्रम के पूर्व संस्कृत विभागाध्यक्ष डॉ. देवमणि पाण्डेय का जन्म जनपद अम्बेडकरनगर के ग्राम गौसपुर, सेठाकला में 02 अक्टूबर सन् 1957 में हुआ था। आपके पिता का नाम श्री श्रीधर पाण्डेय है तथा माता का नाम स्व. श्रीमती अमरावती देवी था। आपकी आरम्भिक शिक्षा प्राथमिक विद्यालय परुइया आश्रम, तथा माध्यमिक शिक्षा बाबा बरुआदास इण्टर कॉलेज परुइया आश्रम से पूर्ण हुई। उच्च शिक्षा के लिये आप प्रयागराज चले गये और वहाँ इलाहाबाद विश्वविद्यालय से एम.ए. व डी.फिल. (1985) की शिक्षा पूर्ण की। डी.फिल. में आपका शोध विषय ‘महाराणा प्रताप पर आधारित प्रमुख संस्कृत नाटकों का एक आलोचनात्मक अध्ययन’ था जो फिलहाल अप्रकाशित ही रहा। आपकी विशेषज्ञता का क्षेत्र साहित्य है किन्तु आप प्रायः सभी धाराओं में पर्याप्त गति रखते हैं।

आपका विवाह सन् 1971 में उर्मिला पाण्डेय जी के साथ हुआ जिनसे आपको तीन सन्तानें (दो पुत्र व एक पुत्री) क्रमशः प्रदीप कुमार पाण्डेय, डॉ. सुधीर कुमार पाण्डेय तथा संध्या पाण्डेय हैं।

संस्कृत, हिन्दी व अंग्रेजी भाषाओं पर आपका समान अधिकार है।

आपने छात्रों के सौकर्य के लिये रघुवंश महाकाव्य (द्वीतीय सर्ग) पर सरल हिन्दी टीका लिखी जिसे सन् 1017 में शारदा संस्कृत संस्थान, वाराणसी ने प्रकाशित किया। इसके अतिरिक्त आपने नीतिशतक व उत्तररामचरितम् के तृतीय अंक पर भी हिन्दी व्याख्या लिखी जो अभी तक अप्रकाशित है।

आपने कई प्रमुख शोधपत्रिकाओं में अपने लेख भी प्रकाशित कराये जिनमें से प्रमुख तीन शोधपत्र हैं-

प्रमाण का स्वरूप एवं लक्षण-विभिन्न दर्शनों के आलोक में - शिक्षक शिक्षा शोध पत्रिका अंक 4,2010, महाभारत में वर्तमान सामाजिक, धार्मिक, राजनैतिक तथा दार्शनिक चिन्तन – Indian Journal of Sciences & Societies Val-6, Feb 2009 वैदिक संहिताओं में लोकमंगल - चेतनता, अंक 7-8, दिसम्बर 2018-अगस्त 2019।

प्रो. अभिराज राजेन्द्र मिश्र (इलाहाबाद विश्वविद्यालय) के आप विशेष कृपापात्र रहे।