20 वीं शताब्दी की उत्तरप्रदेशीय विद्वत् परम्परा
 
प्रो. आनन्द कुमार श्रीवास्तव
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जन्म स्थान वाराणसी
स्थायी पता
वाराणसी

प्रो. आनन्द कुमार श्रीवास्तव

वैदिक वाङ्मय के सुप्रसिद्ध विद्वान् प्रो. आनन्द कुमार श्रीवास्तव का जन्म वाराणसी में १९५४ में हुआ। आपने विद्ववरिष्ठ प्रो. वीरेन्द्र कुमार वर्मा के सान्निध्य में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय से संस्कृत विषय में एम.ए., पी.एच.डी. उपाधि प्राप्त कर सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय से वेदाचार्य की उपाधि प्राप्त की।

आप काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग में अध्यापन किया। वेद, साहित्य, दर्शन आदि विषयों में बीस से अधिक शोध छात्र पी-एच. डी. शोधोपाधि प्राप्त कर अनेक शैक्षणिक संस्थाओं में कार्यरत हैं।

कृतियाँ- आपने तैत्तिरीय प्रातिशाख्य, ऋग्वेद भाष्यभूमिका आदि अनेक ग्रन्थों का लेखन, व्याख्या तथा सम्पादन का कार्य कर संस्कृत वाङ्मय की श्रीवृद्धि की हैं। अनेकों सम्मेलनों, संगोष्ठियों का संयोजन, तथा शताधिक शोध सम्मेलनों में शोध पत्र का वाचन, छात्रों को पढ़ाते हुए निरन्तर संस्कृत की सेवा कर इसके विस्तार में संलग्न हैं। वैदिक वाङ्मय के प्राच्य एवं पाश्चात्य उभयविध ज्ञान के पल्लवन में निपुण प्रो. श्रीवास्तव शैक्षणिक एवं प्रशासनिक पदों को अलंकृत कर चुके हैं।

आप महर्षि सान्दीपनि राष्ट्रीय वेदविद्या प्रतिष्ठान में भारत सरकार द्वारा समिति में नामित किये गये। उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान द्वारा आप वर्ष 2009 में विशिष्ट पुरस्कार से पुरस्कृत हो चुके हैं।

 


पुरस्कार

विशिष्ट पुरस्कार